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स्थानीय

शंकर घाट

शंकरघाट – रहस्यों से भरा प्राचीन शिव मंदिर

पबलिश्ड ऑन: 03/06/2025

स्थान: वैनगंगा नदी के तट पर, बालाघाट नगर के समीप परिचय: मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में स्थित शंकरघाट, वैनगंगा नदी के किनारे बसा एक अत्यंत पवित्र और रहस्यमयी धार्मिक स्थल है। यह घाट प्राचीन शिव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जिसे स्थानीय श्रद्धालु आस्था का प्रमुख केंद्र मानते हैं। यह मंदिर न केवल श्रद्धालुओं की […]

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गोमजी सोम्जी

सोमजी-गोमजी: ज्वाला देवी मंदिर का एक पवित्र और प्राकृतिक तीर्थस्थल

पबलिश्ड ऑन: 02/06/2025

सोमजी-गोमजी, मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में स्थित एक अत्यंत पवित्र और दर्शनीय स्थल है, जो प्रसिद्ध ज्वाला देवी मंदिर के ठीक ऊपर, पहाड़ी की सर्वोच्च चोटी पर स्थित है। यह स्थल धार्मिक आस्था, शांति और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्भुत संगम है। धार्मिक महत्त्व सोमजी-गोमजी को स्थानीय आस्था में ज्वाला देवी के भाई का प्रतीक माना […]

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ज्वाला देवी भरवेली

ज्वाला देवी मंदिर – आस्था और प्रकृति का अद्भुत संगम

पबलिश्ड ऑन: 02/06/2025

जिला बालाघाट के भरवेली गाँव के निकट स्थित ज्वाला देवी मंदिर एक प्रमुख धार्मिक एवं प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। यह मंदिर न केवल श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है, बल्कि अपनी पहाड़ी स्थिति, हरियाली से घिरे वातावरण और शांति से परिपूर्ण स्थल के कारण प्रकृति प्रेमियों को भी आकर्षित करता है। आस्था का प्रतीक: ज्वाला […]

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रामरमा

रमरमा वाटरफॉल – प्राकृतिक सौंदर्य का अनुपम उपहार

पबलिश्ड ऑन: 28/05/2025

रमरमा वाटरफॉल बालाघाट जिले का एक अत्यंत लोकप्रिय और मनोहारी पर्यटन स्थल है, जो अपनी नैसर्गिक सुंदरता, शांत वातावरण और धार्मिक आस्था के संगम से आगंतुकों को आकर्षित करता है। यह स्थल बालाघाट से लगभग 37 किलोमीटर तथा वारासिवनी से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और ग्राम पंचायत रमरमा के अंतर्गत आता है। […]

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बजरंग घाट प्रवेश

बजरंग घाट – प्रकृति और तैराकी प्रेमियों का स्वर्ग

पबलिश्ड ऑन: 28/05/2025

बजरंग घाट, बालाघाट शहर का एक प्रमुख प्राकृतिक पर्यटन स्थल है, जो वैनगंगा नदी के तट पर स्थित है। यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य, शांत वातावरण और स्वच्छ जल के कारण न केवल स्थानीय लोगों का, बल्कि दूर-दराज से आने वाले पर्यटकों का भी पसंदीदा स्थल बन गया है। यह घाट प्रकृति प्रेमियों, परिवारों, और तैराकी […]

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महुआ पुष्प

महुए की राब – बालाघाट की पारंपरिक मिठास और औषधीय पेय

पबलिश्ड ऑन: 26/05/2025

बालाघाट की सांस्कृतिक पहचान में शामिल है एक अत्यंत विशेष और पारंपरिक पेय – महुए की राब। यह पेय न केवल स्वाद में लाजवाब है, बल्कि ऊर्जा, पोषण और औषधीय गुणों से भरपूर माना जाता है। यह राब महुआ के फूलों से तैयार की जाती है, जो बालाघाट के वन क्षेत्रों में प्राकृतिक रूप से […]

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गन्ने का राब

गन्ना की राब – बालाघाट की पारंपरिक पौष्टिक पेय

पबलिश्ड ऑन: 26/05/2025

बालाघाट की ग्रामीण संस्कृति में पारंपरिक व्यंजन और पेय सिर्फ स्वाद तक सीमित नहीं रहते, बल्कि वे स्वास्थ्य और मौसम के अनुकूल होते हैं। ऐसा ही एक विशिष्ट पेय है — गन्ना की राब, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ शरीर को ऊर्जा देने वाला और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला पेय माना जाता है। 🍯 […]

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सूरन की सब्जी

सूरन की सब्ज़ी: बालाघाट की चटपटी परंपरा

पबलिश्ड ऑन: 26/05/2025

बालाघाट जिले की पारंपरिक रसोई में अनेक ऐसे स्वाद छुपे हैं, जो पीढ़ियों से स्थानीय लोगों को स्वाद और सेहत दोनों देते आ रहे हैं। ऐसी ही एक खास सब्ज़ी है — सूरन (जिसे जिमीकंद भी कहा जाता है) की खट्टी-चटपटी सब्ज़ी। 🌱 सूरन: एक देसी कंदमूल सूरन एक कठोर लेकिन स्वादिष्ट कंदमूल है, जो […]

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एक मशरूम पुत्पुरा

पुटपुटा / पुटपुरा / पूरपुरे: बालाघाट के जंगलों की स्वाद और पोषण से भरपूर सौगात

पबलिश्ड ऑन: 26/05/2025

बालाघाट जिले की वनसमृद्ध भूमि अपने प्राकृतिक संसाधनों और अद्भुत जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। इन्हीं उपजों में एक अत्यंत स्वादिष्ट और औषधीय गुणों से युक्त दुर्लभ वन उपज है — पुटपुटा / पुटपुरा , जिसे स्थानीय बोली में पूरपुरे या कुछ क्षेत्रों में बोड़ा भी कहा जाता है। यह दरअसल एक प्रकार का […]

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