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शंकरघाट – रहस्यों से भरा प्राचीन शिव मंदिर

श्रेणी ऐतिहासिक, धार्मिक, प्राकृतिक / मनोहर सौंदर्य

स्थान: वैनगंगा नदी के तट पर, बालाघाट नगर के समीप

परिचय:
मध्यप्रदेश के बालाघाट जिले में स्थित शंकरघाट, वैनगंगा नदी के किनारे बसा एक अत्यंत पवित्र और रहस्यमयी धार्मिक स्थल है। यह घाट प्राचीन शिव मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जिसे स्थानीय श्रद्धालु आस्था का प्रमुख केंद्र मानते हैं। यह मंदिर न केवल श्रद्धालुओं की भक्ति का केंद्र है, बल्कि इतिहास और रहस्यों में रुचि रखने वालों के लिए भी आकर्षण का स्थल है।

धार्मिक महत्त्व:
यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है, और ऐसी मान्यता है कि यहाँ आने वाले श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं भगवान भोलेनाथ अवश्य पूर्ण करते हैं। हर वर्ष महाशिवरात्रि पर हजारों की संख्या में श्रद्धालु यहाँ एकत्रित होकर पूजा-अर्चना करते हैं। प्रतिदिन स्थानीय नागरिक और दूर-दराज़ से आए भक्तगण यहाँ दर्शन हेतु आते हैं।

ऐतिहासिक एवं रहस्यमयी विशेषताएँ:
स्थानीय संतों और इतिहासकारों के अनुसार, शंकरघाट मंदिर के नीचे एक प्राचीन गर्भगृह स्थित है, जहाँ शिव-पार्वती की प्राचीन प्रतिमा विराजमान है। यहाँ एक पुरानी सुरंग होने का भी दावा किया जाता है, जिससे पहले ब्रह्ममुहूर्त में एक पुजारी के पूजा करने की बातें सामने आई हैं।
इतिहासविद् और पुरातत्व विशेषज्ञ भी इस क्षेत्र में प्राचीन स्थापत्य और सुरंग के प्रमाणों को लेकर शोध कर चुके हैं। शिवलिंग के निकट दो नंदी की मूर्तियाँ स्थापित हैं, जिनमें से एक मूर्ति अत्यंत प्राचीन है, जो मंदिर के पुनर्निर्माण के दौरान संरक्षित कर ऊपर स्थापित की गई है।

प्राकृतिक सौंदर्य:
वैनगंगा नदी के शांत और पवित्र जल के किनारे स्थित यह स्थल प्रकृति प्रेमियों के लिए भी एक आकर्षक स्थान है। यहाँ का वातावरण भक्तिमय, शांत और आध्यात्मिक अनुभूति से परिपूर्ण होता है।


क्या करें / देखें:

  • शिव मंदिर में दर्शन एवं पूजा

  • महाशिवरात्रि महोत्सव में भाग लें

  • वैनगंगा तट पर ध्यान और शांति का अनुभव

  • प्राचीन मंदिर और नंदी प्रतिमाओं का अवलोकन

  • इतिहास और रहस्य से जुड़े तथ्यों में रुचि रखने वालों के लिए खोज का अवसर


 

निष्कर्ष:
शंकरघाट का शिव मंदिर न केवल धार्मिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि इसके भीतर छिपे ऐतिहासिक रहस्य इसे एक अनोखा पर्यटक स्थल भी बनाते हैं। श्रद्धा, रहस्य और प्रकृति का संगम खोजने वालों के लिए यह स्थल अवश्य दर्शन योग्य है।

 

कैसे पहुंचें:

वायु मार्ग द्वारा

निकटतम हवाई अड्डा — जबलपुर (लगभग 180 किमी) या नागपुर (लगभग 200 किमी) यहाँ से सड़क मार्ग द्वारा बालाघाट पहुँचा जा सकता है।

ट्रेन द्वारा

निकटतम रेलवे स्टेशन — बालाघाट जंक्शन (BALAGHAT JN) यहाँ से शंकरघाट के लिए स्थानीय परिवहन उपलब्ध है।

सड़क के द्वारा

बालाघाट शहर से शंकरघाट तक की दूरी लगभग 3-4 किलोमीटर है। टैक्सी, ऑटो या निजी वाहन से यह मार्ग आसानी से तय किया जा सकता है।