सोनेवानी सफारी
प्रकृति की गोद में एक रोमांचकारी सफर – आइए, सोनेवानी सफारी का अनुभव करें
मध्यप्रदेश के बालाघाट ज़िले के हरे-भरे वनों के बीच बसा सोनेवानी सफारी अब एक उभरता हुआ ईको-टूरिज़्म स्थल बन चुका है। यह स्थल न केवल जैव विविधता का अद्भुत उदाहरण है, बल्कि सतत पर्यटन और स्थानीय सहभागिता का प्रतीक भी है। सोनेवानी गाँव के समीप स्थित यह सफारी, पर्यटकों को प्रकृति की शुद्धता, वन्य जीवन की झलक और आदिवासी संस्कृति से रूबरू कराता है।
जंगल की गहराइयों में एक खास अनुभव
सोनेवानी सफारी, विश्व प्रसिद्ध कान्हा टाइगर रिज़र्व के बफर ज़ोन में स्थित है। यहाँ का सफर रोमांच से भरपूर और पूरी तरह सुरक्षित होता है, जहाँ आप चीतल, सांभर, जंगली सूअर, तेंदुआ और अनेकों पक्षियों को प्राकृतिक परिवेश में देख सकते हैं। यहाँ की साल और बांस की घनी वनस्पति, सफारी को और भी खास बना देती है।
सतत पर्यटन की ओर एक कदम
सोनेवानी सफारी, समुदाय आधारित ईको-पर्यटन का बेहतरीन उदाहरण है। यहाँ स्थानीय ग्रामीणों को सफारी संचालन में सक्रिय भागीदारी दी गई है, जिससे रोजगार सृजन के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को भी बढ़ावा मिलता है। प्रशिक्षित स्थानीय गाइड्स, स्वच्छ एवं पर्यावरण–अनुकूल सुविधाएं इस सफारी को अनूठा बनाती हैं।
मुख्य आकर्षण:
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अनुभवी गाइड्स के साथ जीप सफारी
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पक्षी प्रेमियों के लिए बर्ड वॉचिंग टूर
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प्रकृति भ्रमण एवं औषधीय पौधों की जानकारी
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आदिवासी लोक-संस्कृति और स्थानीय हस्तशिल्प प्रदर्शन
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पर्यावरण के अनुकूल रात्रि विश्राम की सुविधा
यात्रा की उत्तम अवधि:
अक्टूबर से जून तक का समय सोनेवानी सफारी की यात्रा के लिए सबसे उपयुक्त माना जाता है।
प्रकृति की गोद में एक दिन बिताइए – सोनेवानी सफारी में आपका स्वागत है।
कैसे पहुंचें:
वायु मार्ग द्वारा
नजदीकी हवाई अड्डे – जबलपुर और नागपुर में स्थित हैं।
ट्रेन द्वारा
निकटतम रेलवे स्टेशन – बालाघाट जंक्शन।
सड़क के द्वारा
सोनेवानी सफारी, बालाघाट शहर से लगभग 40 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।