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दुगुनी आय का साधन-“बालाघाट चिन्नौर” धान का उत्पादन |

    • कृषक का नाम (पिता/पति का नाम सहित) : श्री मुरलीलाल हरिनखेडे पिता श्री जीवनलाल हरिनखेडे
    • ग्राम / ग्राम पंचायत / विकासखण्ड / जिला : ग्राम / ग्राम पंचायत – एकोडी, पो.-कासपुर, विकासखण्ड – वारासिवनी, जिला-बालाघाट (म.प्र.)
    • कुल धारित रकबा : 4.5 एकड
    • मोबाईल नम्बर : 9399689550
    • खरीफ/रबी में कृषक के द्वारा लगाई जाने वाली फसलें (कृषि एवं उदयानिकी) : “बालाघाट चिन्नौर” धान
    • सफलता की कहानी का संक्षिप्त विवरण (अधिकतम 300 शब्दों में) :

      मैं कृषक मुरलीलाल हरिनखेडे पिता श्री जीवनलाल हरिनखेडे ग्राम-एकोडी का निवासी हूँ। मैं अपनी पैतृक भूमि पर प्राकृतिक तरीके से “चिन्नौर” धान की खेती करता आ रहा हूँ। मेरे परिवार में विगत तीन पीढियों से “चिन्नोर” धान की खेती की जा रही है। कृषि विभाग, बालाघाट एवं कृषि महाविद्यालय, बालाघाट के वैज्ञानिकों के मार्गदर्शन से खरीफ वर्ष 2021 में मुझे चिन्नौर धान का उत्पादन 8 क्विंटल प्रति एकड प्राप्त हुआ है, जिसे चिन्नौर वैली फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, वारासिवनी के माध्यम से विक्रय करने पर 6000/- रूपये प्रति क्विंटल का भाव प्राप्त हुआ, जो कि सामान्य मोटे धान की कीमत (न्यूनतम समर्थन मूल्य-1940/- रूपये) से तीन गुना है। मैं चिन्‍नौर धान का उत्पादन परपंरागत और प्राकृतिक तरीके से करता हूँ, जिससे मुझे अन्य संकर धानों की तुलना में प्रति एकड उत्पादन लागत भी कम आती है। मैं अपने खेत में गोबर खाद एवं जैविक कीटरोधी दवाएँ ही इस्तेमाल करता हूँ क्‍योंकि प्राकृतिक तरीके से उगाये गये चिन्नौर धान से प्राप्त चावल की गुणवत्ता, स्वाद, सुगंध एवं पौष्टिकता अच्छी होती है।

      वर्तमान समय में चिन्नौर धान की खेती चुनौतीपूर्ण होने के बावजूद किसानों के लिए लाभदायी साबित हो रही है। “बालाघाट चिन्नौर” चावल को जी.आई. टैग प्राप्त होने के बाद इसका व्यापक प्रचार-प्रसार होने एवं बाजार में मांग बढने के कारण हम किसानों को चिन्नोर धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य से दुगुना-तिगुना अधिक भाव मिल रहा है, जिससे मेरी आय में वृद्धि हुई है।

    • किसान की कोई विशिष्ट उपलब्धि/पुरुस्कार का विवरण : श्री मुरलीलाल हरिनखेडे, चिन्नौर वैली फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, वारासिवनी के शेयर धारक कृषक है।